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भारत के डेटा कर्मचारी : मनुष्य परिश्रम से मशीनों का सीखना

प्रौद्योगिकी में तरक्की से कर्मचारियों को मौजूदा काम से हटाया जा सकता है, साथ ही नए काम का सृजन भी हो सकता है। इस प्रगति ने जनसांख्यिकीय परिवर्तनों और व्यापक आर्थिक उतार-चढ़ावों के साथ, ग़ैर-मानक रोज़ग...

  • User NameNeha Arya  
  • Post Date Icon16 अक्टूबर, 2025
  • लेख

भारत में युद्धकालीन लामबंदी और आर्थिक विकास

क्या अस्थाई युद्धकालीन लामबंदी (मोबिलाइज़ेशन) से किसी अर्थव्यवस्था को स्थाई रूप से नया स्वरूप मिल सकता है? इस लेख में दर्शाया है कि जिन भारतीय ज़िलों को द्वितीय विश्व युद्ध से संबंधित अधिक ऑर्डर मिले ...

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डेटा-आधारित प्रतिक्रिया और पुरस्कार के माध्यम से लेखपालों के कार्य-निष्पादन को बढ़ावा देना

राज्य सरकारों के राजस्व विभाग के अग्रणी अधिकारी के रूप में कार्यरत लेखपालों के लिए ‘लेखपालों के समग्र मूल्यांकन और प्रबंधन के लिए कार्यान्वयन-योग्य केपीआई प्रणाली (एलएएसएचवायएएम- ‘लक्ष्यम’)’ उनके कार्...

  • फ़ील्ड् नोट
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साफ वायु : क्या भारत में पराली जलाने पर प्रतिबंध वाकई कारगर हैं?

दिसंबर 2015 से राष्ट्रीय हरित अधिकरण ने पाँच राज्यों में पराली जलाने पर प्रतिबंध लगा दिया था। पराली जलाने की घटनाओं पर उपग्रह डेटा और लगाए गए जुर्माने के प्रशासनिक आँकड़ों का उपयोग करते हुए, यह लेख इस...

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भारत के डेटा कर्मचारी : मनुष्य परिश्रम से मशीनों का सीखना

प्रौद्योगिकी में तरक्की से कर्मचारियों को मौजूदा काम से हटाया जा सकता है, साथ ही नए काम का सृजन भी हो सकता है। इस प्रगति ने जनसांख्यिकीय परिवर्तनों और व्यापक आर्थिक उतार-चढ़ावों के साथ, ग़ैर-मानक रोज़ग...

  • User NameNeha Arya  
  • Post Date Icon16 अक्टूबर, 2025
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भारत में युद्धकालीन लामबंदी और आर्थिक विकास

क्या अस्थाई युद्धकालीन लामबंदी (मोबिलाइज़ेशन) से किसी अर्थव्यवस्था को स्थाई रूप से नया स्वरूप मिल सकता है? इस लेख में दर्शाया है कि जिन भारतीय ज़िलों को द्वितीय विश्व युद्ध से संबंधित अधिक ऑर्डर मिले ...

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डेटा-आधारित प्रतिक्रिया और पुरस्कार के माध्यम से लेखपालों के कार्य-निष्पादन को बढ़ावा देना

राज्य सरकारों के राजस्व विभाग के अग्रणी अधिकारी के रूप में कार्यरत लेखपालों के लिए ‘लेखपालों के समग्र मूल्यांकन और प्रबंधन के लिए कार्यान्वयन-योग्य केपीआई प्रणाली (एलएएसएचवायएएम- ‘लक्ष्यम’)’ उनके कार्...

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राज्य की कार्यान्वयन को क्षमता बढ़ाना- दिल्ली के स्कूलों से सबक

आई4आई अर्थशास्त्रियों, नीति निर्माताओं और शोधकर्ताओं के बीच संवाद का आयोजन करता रहता है। इस संस्करण में यामिनी अय्यर (सक्सेना सेंटर और वाटसन इंस्टीट्यूट की विज़िटिंग सीनियर फेलो), श्रेयना भट्टाचार्य (ल...

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विकास की कीमत पर स्थिरता? भारत के बैंकिंग क्षेत्र में तरलता नियमों पर पुनर्विचार

बैंकों के संकट की अवधि के दौरान अल्पकालिक दायित्वों को पूरा करने के लिए पर्याप्त उच्च-गुणवत्ता वाली संपत्तियाँ बनाए रखने में अनिवार्य मात्रा-आधारित आवश्यकताओं के रूप में तरलता विनियमन- बैंकों की वित्त...

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नई कंपनियों की प्रवेश बाधाओं के रूप में निकास बाधाएँ : भारत का विकृत विकास पथ

भारत में कम-कुशल श्रमिकों की प्रचुरता के बावजूद, श्रम-प्रधान विनिर्माण क्षेत्र में उस तरह की तेज़ी कभी नहीं देखी गई जैसी समान आय स्तर वाले अन्य देशों में देखी गई है। इस लेख में तर्क दिया गया है कि इसक...

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ट्रम्प द्वारा लागू किए गए टैरिफ और भारत की रणनीतिक प्रतिक्रिया

अमेरिका द्वारा भारत से आयात पर 50% टैरिफ दर लगा देने पर भारत-अमेरिका के बीच व्यापार संबंधों में अचानक और तेज़ी से गिरावट आई है। गुलाटी, राव और सुंतवाल ने इस लेख में, इस बात पर प्रकाश डाला है कि इसका प...

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क्या ग्रामीण सड़कों के निर्माण से समावेशी उद्यमिता को बढ़ावा मिलता है?

सर्वविदित है कि ग्रामीण सड़कों जैसे बुनियादी ढाँचे में निवेश करने से बाज़ारों को एकीकृत करने और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में मदद मिलती है। लेकिन क्या ये लाभ समाज के सभी समूहों में समान रूप से वितरि...

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मनरेगा का संक्षिप्त इतिहास : 10 चार्टों में 20 वर्षों का लेखाजोखा

वर्ष 2005 में भारत में लागू हुए महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोज़गार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) को अब 20 वर्ष पूरे हो गए हैं। ज्याँ द्रेज़ और राहुल आर. इस लेख में मनरेगा कार्यक्रम की उपलब्धियों, असफलता...

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बालिकाओं की सुरक्षा : स्कूलों में बुनियादी स्वच्छता ढाँचे से यौन हिंसा कम हो सकती है

भारत में दर्ज बलात्कार के मामलों में से 30% से अधिक मामले 18 साल से कम उम्र की बालिकाओं के साथ हुए हैं और इसी उम्र की लड़कियों को सबसे ज़्यादा ख़तरा होता है। बालिकाओं को ख़तरे में डालने वाला एक प्रमुख...

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पिताओं के प्रवासन से घर में पीछे छूटे बच्चों की शिक्षा में लाभ होता है या उसमें बाधा आती है?

विभिन्न अध्ययनों ने पुरुषों के प्रवासन के चलते उनके पीछे घरों में रह रही महिलाओं पर पडने वाले प्रभाव का पता लगाया है, लेकिन बच्चों पर इसके प्रभावों के बारे में सीमित प्रमाण उपलब्ध हैं। इस लेख में पूर्...

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