हर वर्ष 25 नवम्बर का, महिलाओं के खिलाफ हिंसा के उन्मूलन के अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में पालन किया जाता है। इसी सन्दर्भ में प्रस्तुर इस लेख में, सीता मेनन घरेलू हिंसा और महिलाओं में हृदय रोग के बढ़ते जोखिम के बीच के कारण-सम्बन्ध की जांच करती हैं। एनएफएचएस-4 के आँकड़ों का उपयोग करते हुए और घरेलू हिंसा में भिन्नता के स्रोत के रूप में शादी के समय सोने की कीमत का आकलन करते हुए, वे महिलाओं में उच्च रक्तचाप पर घरेलू हिंसा का सकारात्मक प्रभाव पाती हैं। लेकिन उनके जीवनसाथी पुरुषों पर इसका कोई प्रभाव नहीं मिलता।
हृदय रोग (सीवीडी) दुनिया भर में मृत्यु का एक प्रमुख कारण है (रोथ एवं अन्य 2018)। सीवीडी के जोखिम वाले लोगों में अक्सर उच्च रक्तचाप या मधुमेह जैसे प्रारंभिक मार्कर होते हैं, जिन्हें अपेक्षाकृत आसानी से मापा जा सकता है, उनकी निगरानी की जा सकती है और उन्हें नियंत्रित किया जा सकता है। सीवीडी के जोखिम वाले लोगों की पहचान करने से, समय से पहले होने वाली मृत्यु को रोकने की क्षमता का विकास होता है।
पिछले अध्ययनों से पता चला है कि 9/11 का हमला या बोस्टन मैराथन बम विस्फोट जैसी हिंसा की घटनाएं स्वाभाविक रूप से तनावपूर्ण होती हैं (लियू एवं अन्य 2014) और ऐसी घटनाओं में उन लोगों में भी तीव्र तनाव बढ़ाने की क्षमता होती है, जो ऐसी घटनाओं के केवल मीडिया कवरेज के सम्पर्क में रहते हैं (होल्मन एवं अन्य, 2014; थॉम्पसन एवं अन्य 2019)।
इसी प्रकार से, घरेलू हिंसा से पीड़ित व्यक्ति अक्सर लम्बे समय तक हिंसा के सम्पर्क में रहते हैं, जिससे उनमें दीर्घकालिक तनाव उत्पन्न होने की सम्भावना होती है। हालाँकि, घरेलू हिंसा का हृदय सम्बन्धी जोखिम पर प्रभाव काफी हद तक अज्ञात है। मैंने एक हालिया अध्ययन (मेनन 2022) में, साधन चर रणनीति या इंस्ट्रूमेंटल वेरिएबल स्ट्रेटेजी1 का उपयोग करके हृदय सम्बन्धी जोखिम पर घरेलू हिंसा के कारण प्रभाव का अनुमान लगाया है। मैंने पाया कि बाकी सब समान होने पर, जो महिलाएं शारीरिक हिंसा झेलती हैं, उनमें उच्च रक्तचाप का खतरा अधिक होता है। इसके विपरीत, मुझे यह भी पता चला कि इन रिश्तों में मेल खाते दोनों प्रकार के पुरुष, पति जो घरेलू हिंसा के अपराधी हैं और जो अपराधी नहीं हैं, हृदय रोग (सीवीडी) सम्बन्धी जोखिम में समान हानिकारक वृद्धि का सामना नहीं करते हैं।2
वे तंत्र जिनके माध्यम से घरेलू हिंसा हृदय रोग (सीवीडी) को प्रभावित करती है
ऐसे दो तंत्र हैं जिनके माध्यम से घरेलू हिंसा पीड़ितों में सीवीडी सम्बन्धी जोखिम को बढ़ा सकती है- एक जैविक तंत्र और दूसरा व्यवहार तंत्र। पहला, हिंसा का जोखिम सुरक्षित महसूस न करने से जुड़ा हुआ है, जो परिणामतः बेसल कोर्टिसोल के स्तर में वृद्धि (जॉनसन एवं अन्य 2008, अलहलल और फलताह 2020), पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (पीटीएसडी), चिंता और अवसाद (गोल्डिंग 1999, आंग 2021) का कारण बनता है। इससे समय के साथ-साथ, व्यक्ति में उच्च रक्तचाप और मधुमेह सहित कार्डियोमेटाबोलिक बीमारी और अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है (हैरिस एवं अन्य 2017)। दूसरा तंत्र जिसके माध्यम से घरेलू हिंसा सीवीडी जोखिम को प्रभावित कर सकती है, वह व्यवहार में परिवर्तन के माध्यम से है। इनमें धूम्रपान, शराब का अत्यधिक प्रयोग और खान-पान सम्बन्धी विकार जैसे तनाव से लड़ने के कुप्रभावी तरीकों को अपनाना शामिल है। ये व्यक्ति में उच्च रक्तचाप और मधुमेह सहित कई प्रकार के कार्डियोमेटाबोलिक विकारों के प्रति संवेदनशीलता को बढ़ा सकते हैं (ब्रेडिंग एवं अन्य 2008)। बहरहाल, सीवीडी पर घरेलू हिंसा के प्रभाव पर उभरते महामारी विज्ञान के साक्ष्य अभी भी अपेक्षाकृत सीमित और अनिर्णायक हैं।
अध्ययन
मैं अपने अध्ययन में राष्ट्रीय परिवार और स्वास्थ्य सर्वेक्षण-4 (एनएफएचएस-4) के डेटा का उपयोग करती हूँ, जो जनवरी 2015 और दिसंबर 2016 के बीच किया गया था। एनएफएचएस-4 एक राष्ट्रीय प्रतिनिधि पारिवारिक नमूना है जिसमें व्यक्तिगत, जीवन-साथी और पारिवारिक विशेषताएं, घरेलू हिंसा मॉड्यूल और पहली बार, एक बायोमार्कर मॉड्यूल सहित समृद्ध विविधता वाली जानकारी शामिल है। 97% से अधिक पात्र महिलाओं और 95% जीवन-साथी पात्र पुरुषों ने अपने बायोमार्कर दर्ज किए हैं। उच्च रक्तचाप और टाइप-2 मधुमेह के लिए सीवीडी के जोखिम के परिणामों के रूप में दो बाइनरी संकेतक उपयोग किए गए हैं।
हृदय सम्बन्धी जोखिम पर घरेलू हिंसा के प्रभाव की पहचान करना कम से कम दो कारणों से चुनौतीपूर्ण है। पहला कारण, परिवर्तनीय पूर्वाग्रह के छोड़े जाने की सम्भावना है, क्योंकि जीवनशैली विकल्प (आहार और व्यायाम सहित) और तनाव जैसे चर या वेरिएबल घरेलू हिंसा और सीवीडी जोखिम दोनों से जुड़े हुए हैं। दूसरा, सर्वेक्षणों में घरेलू हिंसा का सटीक माप प्राप्त करना कठिन है और मापन में त्रुटियाँ होने की सम्भावना है, जो व्यवस्थित हो सकती हैं। उदाहरण के लिए, उच्च सामाजिक-आर्थिक स्थिति वाले लोग व्यवस्थित रूप से घरेलू हिंसा के बारे में कम रिपोर्ट कर सकते हैं। इस पर काबू पाने के लिए मैं घरेलू हिंसा में भिन्नता के सम्भावित बाहरी स्रोत के रूप में, शादी के समय सोने की कीमत का उपयोग करती हूँ। विशेष रूप से प्रारंभिक वैवाहिक बंदोबस्त (मेनन 2020) हेतु प्रॉक्सी के लिए मैं बाहरी भिन्नता के स्रोत के रूप में शादी के समय सोने की कीमत के दीर्घकालिक रुझान से विचलन या डीविएशन का उपयोग करती हूँ और दर्शाती हूँ कि विवाह के समय सोने की असामान्य रूप से उच्च कीमत का होना घरेलू हिंसा के उच्च जोखिम से जुड़ा है।
मेरा तर्क है कि यह साधन चार उल्लेखनीय कारणों से बहिर्जात है। सबसे पहला, सोने की कीमत शादी के समय यानि घरेलू हिंसा या हृदय सम्बन्धी जोखिम के माप से काफी पहले तय की जाती है। दूसरा, सोने की कीमत देश के बाहर तय होती है और लंदन प्राइस फिक्स द्वारा दिन में दो बार निर्धारित की जाती है। तीसरा, सोने की कीमत में अस्थिरता अधिक है और यह मानने का कोई अनिवार्य कारण नहीं है कि कोई औसत व्यक्ति सोने की कीमतों के बारे में सटीक अनुमान लगाने या उसे रोकने (बचाव करने में) सक्षम है। चौथा तर्क यह कि ट्रेंड3 से अल्पकालिक स्टोकेस्टिक घटक की दूरी का उपयोग करके सोने की कीमतों और आर्थिक विकास के सम्भावित सामान्य विकास के बारे में चिंताएं कम हो जाती हैं। इसके अलावा, मैं इस सख्त ‘बहिष्करण प्रतिबंध’ में ढील देती हूँ और यह दर्शाती हूँ कि निष्कर्ष अपेक्षाकृत बड़े पैमाने पर साधन अंतर्जातता4 या इंस्ट्रूमेंट एन्डोजेनिटी के लिए पक्के हैं।
जाँच के परिणाम
मैं महिलाओं में उच्च रक्तचाप पर घरेलू हिंसा का सकारात्मक प्रभाव पाती हूँ। सबसे कड़े विशिष्टीकरण में, जब सभी व्याख्यात्मक चर उनके माध्य यानी एक्सप्लेनेटरी वेरिएबल उनके मीन पर सेट होते हैं तब घरेलू हिंसा का शिकार होने पर 0.8 प्रतिशत अंक का मामूली प्रभाव पड़ता है। इस बात का कोई सबूत नहीं है कि घरेलू हिंसा टाइप-2 मधुमेह के विकास की सम्भावना को प्रभावित करती है। यह परिणाम टाइप-2 मधुमेह निदान के लिए वैकल्पिक कटऑफ का उपयोग करने के लिए ठोस है। वैकल्पिक अनुमानकों का उपयोग करने के लिए ये दो परिणाम ठोस हैं। मैंने यह भी पाया कि सर्वेक्षण से पहले एक वर्ष के भीतर होने वाली समकालीन शारीरिक हिंसा की जांच करते समय प्रभाव का आकार, विवाह के दौरान किसी भी समय शारीरिक हिंसा की उपस्थिति पर विचार करने की तुलना में अधिक होता है, जो यह दर्शाता है कि घरेलू हिंसा के समकालीन उपाय सीवीडी के समकालीन उपायों के साथ अधिक जुड़े हुए हैं।
अपने इस अध्ययन को आगे बढ़ाते हुए, मैं विश्लेषणात्मक नमूने में महिलाओं के जीवनसाथी के बीच सीवीडी पर घरेलू हिंसा के प्रभाव की भी जांच करती हूँ। यह दो कारणों से दिलचस्प है। पहला, पति-पत्नी के बीच स्वास्थ्य व्यवहार और स्वास्थ्य परिणामों में सामंजस्य के काफी सबूत हैं (डेविलाज और पुडनी 2017, फैडलॉन और नीलसन 2019, सारेला एवं अन्य 2019), जो यह दर्शाता है कि जिन पुरुषों में हृदय सम्बन्धी जोखिम की उच्च सम्भावना होती है, ऐसे पुरुष हृदय सम्बन्धी जोखिम की उच्च सम्भावना वाली महिलाओं के जीवनसाथी होते हैं। दूसरा, पिछले शोध से पता चलता है कि घरेलू हिंसा से अपराधियों में उच्च रक्तचाप का खतरा बढ़ सकता है (लिंडमैन एवं अन्य 1992, ओ'नील और स्कोवेल 2018)। मुझे जीवनसाथी पुरुषों में सीवीडी पर घरेलू हिंसा करने के नकारात्मक प्रभाव का कोई सबूत नहीं मिला। यह इस तथ्य के बावजूद कि नमूने में मिलान किए गए पुरुषों में उच्च रक्तचाप और टाइप-2 मधुमेह, दोनों का प्रसार मिलान वाली महिलाओं की तुलना में दोगुना है।
निष्कर्ष
इन परिणामों से पता चलता है कि स्पष्ट शारीरिक प्रभावों के अलावा, घरेलू हिंसा के छुपे हुए स्वास्थ्य प्रभाव पहले की तुलना में अधिक होने की सम्भावना है। इस लेख में पाए जाने वाले प्रभावों की भयावहता कम होने की सम्भावना है, क्योंकि हृदय रोग की अधिक सम्भावना वाली महिलाएं और जो महिलाएं घरेलू हिंसा के सबसे गंभीर मामलों की शिकार थीं, वे नमूने का हिस्सा नहीं होंगी। जिसके माध्यम से यह प्रभाव संचालित होता है, उस तंत्र की पहचान करने के भविष्य के कार्य में, घरेलू हिंसा सम्बन्धी डेटा के अलावा तनाव के बायोमार्कर के बारे में विस्तृत डेटा की भी आवश्यकता होगी।
टिप्पणियाँ:
- अनुभवजन्य विश्लेषण में अंतर्जात सम्बन्धी चिंताओं को दूर करने के लिए एक ‘साधन चर’ (इंस्ट्रुमेंटल वेरिएबल) का उपयोग किया गया है। ‘साधन’ व्याख्यात्मक कारक (एक्सप्लेनेटरी वेरिएबल) के साथ सह-संबद्ध होता है, लेकिन यह हित के परिणाम को सीधे प्रभावित नहीं करता है और इस प्रकार इसका उपयोग व्याख्यात्मक कारक (इस मामले में, घरेलू हिंसा) और हित के परिणाम (सीवीडी जोखिम) के बीच के वास्तविक कारण-सम्बन्ध को मापने के लिए किया जा सकता है।
- घरेलू हिंसा के वैकल्पिक/एकाधिक अपराधी हो सकते हैं, तथापि इस अध्ययन में विशेष रूप से केवल पति द्वारा घरेलू हिंसा की जांच की गई है।
- मैं सोने की कीमत की समय-श्रृंखला को उसके ट्रेंड और स्टोकेस्टिक (यादृच्छिक) घटकों में अलग करने के लिए ‘हॉड्रिक-प्रेस्कॉट हाई पास फ़िल्टर’ का उपयोग करती हूँ।
- मैं ‘साधन’ में अंतर्जातता की मात्रा के लिए, दूसरे चरण के प्रभाव की सीमा का अनुमान लगाकर ऐसा करती हूँ।
अंग्रेज़ी के मूल लेख और संदर्भों की सूची के लिए कृपया यहां देखें।
लेखक परिचय : सीता मेनन दक्षिणी डेनमार्क विश्वविद्यालय (एसडीयू) में व्यवसाय और अर्थशास्त्र विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर हैं।
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