सामाजिक पहचान

श्रम बाज़ार में महिलाओं के खिलाफ पितृसत्तात्मक भेदभाव

  • Blog Post Date 28 अगस्त, 2024
  • लेख
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Nina Buchmann

Stanford University

ncb21@stanford.edu

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Carl Meyer

Stanford University

cmeyer20@stanford.edu

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Colin D. Sullivan

University of Pittsburgh

colindsullivan@pitt.edu

कई कम आय वाले देशों में महिलाएं अक्सर श्रम बाज़ार से बाहर रह जाती हैं। इस लेख में पितृसत्तात्मक भेदभाव के रूप में एक नई व्याख्या प्रस्तुत की गई है- महिलाओं को खतरनाक या अप्रिय कार्यों से बचाने के लिए पुरुषों को प्राथमिकता दी जाती है। बांग्लादेश में रात्रि पाली की नौकरियों और श्रमिकों के परिवहन और सब्सिडी के प्रावधान से जुड़े क्षेत्र में हुए प्रयोग में नियोक्ताओं के बीच इस तरह के भेदभाव के सबूत मिलते हैं।

बांग्लादेश में महिलाओं को, ख़ासकर पुरुष-प्रधान व्यवसायों में, श्रम बाज़ार तक पहुँच प्राप्त करने में कठिनाई होती है, (बांग्लादेश जनसांख्यिकी और स्वास्थ्य सर्वेक्षण, 2016; बांग्लादेश सांख्यिकी ब्यूरो, 2021)। पुरुषों के 80% की तुलना में केवल 40% महिलाएं नौकरी करती हैं और ख़ासकर शहरी क्षेत्रों में, कामकाजी महिलाएँ अपने पुरुष समकक्षों की तुलना में कम कमाती हैं (विश्व बैंक, 2023; बांग्लादेश सांख्यिकी ब्यूरो, 2018)। बांग्लादेश के श्रम कानूनों में महिलाओं को काम पर रखने में लैंगिक भेदभाव की अनुमति है, महिलाओं को कुछ मशीनरी चलाने और भारी सामान उठाने से मनाई है जिसके चलते लैंगिक भेदभाव और भी बढ़ गया है।

वहाँ प्रचलित लैंगिक-विशिष्ट रोज़गार और बड़े वेतन अंतर में भी प्रतिबंधात्मक लैंगिक मानदंड योगदान करते हैं। बांग्लादेश में पारम्परिक रिश्तों में महिलाओं के लिए पुरुषों की संरक्षकता होना एक आम विशेषता है, जहाँ महिलाएं बचपन में अपने पिता के संरक्षण में रहती हैं, शादी के बाद अपने पति और ससुर के संरक्षण में रहती हैं, वहीं विधवा होने पर अपने बेटों के संरक्षण में रहती हैं (व्हाइट 2017)।

सुरक्षित परिवहन की कमी राजधानी ढाका में भी महिलाओं के लिए एक विशेष चिंता का विषय है। महिलाएं शारीरिक उत्पीड़न की उच्च दर की रिपोर्ट करती हैं, जैसे कि छेड़छाड़, ड्राइवर का दुर्व्यवहार और परिवहन में अत्यधिक भीड़ से होने वाली असुविधा (रहमान 2010, कबीर और इस्लाम 2023, आचोल फाउंडेशन, 2022)। इन समस्याओं के कारण परिवहन प्रदाताओं ने हाल के वर्षों में केवल महिलाओं के लिए बस सेवा मार्ग स्थापित किए हैं, हालाँकि ये सीमित मार्ग और समय की सेवाएं प्रदान करते हैं (नाहेर 2022)।

श्रम-बाज़ार भेदभाव के लिए मानक स्पष्टीकरण महिलाओं की सुरक्षा के लिए वैश्विक मानदंड जैसे कुछ लिंग मानदंडों को ध्यान में रखने में विफल रहते हैं। हम अपने हालिया शोध में, श्रम-बाज़ार भेदभाव के सन्दर्भ में एक नया स्पष्टीकरण प्रस्तावित करते हैं, जिसे हम पितृसत्तात्मक भेदभाव कहते हैं- महिलाओं को खतरनाक या अप्रिय कार्यों से बचाने के लिए पुरुषों को प्राथमिकता देना (बुचमन एवं अन्य 2024)। क्या बांग्लादेश में नियोक्ता महिलाओं के साथ पितृसत्तात्मक भेदभाव करते हैं? और यदि ऐसा है तो यह महिलाओं के रोज़गार और वेतन को किस तरह से प्रभावित करता है?

डेटा और कार्यप्रणाली

हम अप्रैल और अगस्त 2023 के बीच ढाका में वास्तविक नौकरी आवेदकों और नियोक्ताओं के साथ दो क्षेत्रीय प्रयोग करते हैं। हम अनुसंधान टीम द्वारा विशेष रूप से तैयार किए गए नौकरी हेतु आवेदन और नियुक्ति निर्णयों की जाँच करते हैं- रात्रि पाली (शाम 7 बजे से मध्य रात्रि तक) में एक बार की एक्सेल कार्यशाला और नौकरी, जो सभी श्रमिकों को घर तक मुफ्त सुरक्षित परिवहन प्रदान करती है।

495 नियोक्ताओं से जुड़े पहले प्रयोग में हमने यह जाँच की कि महिला श्रमिकों की मांग, नियोक्ताओं की सुरक्षा संबंधी धारणा पर किस प्रकार प्रतिक्रिया करती है। वास्तविक आवेदकों से नौकरी के लिए आवेदन एकत्र करने के बाद, हम स्थानीय नियोक्ताओं- हाल ही में नियुक्ति का अनुभव रखने वाले व्यक्तियों- से नियुक्ति सलाहकार के रूप में कार्य करने और नियुक्ति के लिए आवेदकों का चयन करने के लिए कहते हैं। प्रयोग में नियोक्ताओं को दो परिवहन 'उपचार शाखाओं' में से एक में यादृच्छिक रूप से शामिल करके उनकी श्रमिक सुरक्षा के बारे में धारणा को को परखने का मौका देता है :

  1. परिवहन है - नियोक्ताओं को घर तक नि:शुल्क सुरक्षित परिवहन की सुविधा के बारे में सूचित किया गया।
  2. परिवहन नहीं है - नियोक्ताओं को परिवहन के बारे में सूचित नहीं किया गया।

नियोक्ता प्रयोग में परिवहन के बारे में अलग-अलग जानकारी के अलावा, हम यह भी बदलते हैं कि हम मज़दूरी सब्सिडी प्रदान करते हैं या नहीं, जिसका भुगतान नियोक्ताओं या श्रमिकों में से किसी एक को किया जाता है। इसके लिए नियोक्ताओं को निम्नलिखित चार सब्सिडी उपचारों में से एक में यादृच्छिकीकृत यानी रैनडमाइज़ किया जाता है :

  1. कोई सब्सिडी नहीं - पुरुष और महिला कर्मचारियों को शिफ्ट पूरी करने के लिए 1,5001 बांग्लादेशी टाका मिलते हैं। नियोक्ता को एक कर्मचारी को काम पर रखने के लिए 500 टाका मिलते हैं।
  2. पुरुष कर्मचारी को सब्सिडी - पुरुष कर्मचारियों को शिफ्ट पूरी करने के लिए 2,500 बांग्लादेशी टाका और महिला कर्मचारियों को 1,500 टाका मिलते हैं। नियोक्ता को किसी भी कर्मचारी को काम पर रखने के लिए 500 टाका मिलते हैं।
  3. महिला कर्मचारी को सब्सिडी - पुरुष कर्मचारियों को पुरे शिफ्ट में काम करने के लिए 1,500 और महिला कर्मचारियों को 2,500 बांग्लादेशी टाका प्राप्त होते हैं। नियोक्ता किसी भी कर्मचारी को काम पर रखने के लिए 500 टाका मिलते हैं।
  4. नियोक्ता को सब्सिडी - पुरुष और महिला कर्मचारियों को शिफ्ट पूरी करने के लिए 1,500 प्राप्त होते हैं। यदि काम पर रखा गया कर्मचारी पुरुष है तो नियोक्ता को 500 प्राप्त होते हैं और यदि काम पर रखा गया कर्मचारी महिला है, तो 1,500 बांग्लादेशी टाका मिलते हैं।

आकृति-1. प्रायोगिक उपचार

टिप्पणी : नियोक्ताओं को यादृच्छिक रूप से ‘उपचार’ शाखा में रखा जाता है, जिसमें परिवहन संबंधी जानकारी और सब्सिडी वाला कार्य शामिल होता है।

सब्सिडी की राशि से श्रमिकों को अपने लिए घर तक सुरक्षित वाहन प्राप्त करने में मदद मिलेगी। परिणामस्वरूप, जो नियोक्ता आवेदकों पर स्वयं खतरे का आकलन करने का भरोसा करते हैं, उनके द्वारा परिवहन की तुलना में महिला श्रमिक सब्सिडी के तहत, अधिक महिलाओं को काम पर रखा जाना चाहिए। केवल वे नियोक्ता, जो महिलाओं के व्यवहार को नियंत्रित करना चाहते हैं, उन्हें महिला कर्मचारी सब्सिडी उपचार की तुलना में, परिवहन उपचार में अधिक महिलाओं को काम पर रखना चाहिए। उपचारों के बीच काम पर रखने में कोई भी बदलाव केवल नियोक्ताओं की कर्मचारी कल्याण के लिए चिंताओं के कारण हो सकता है।

770 नौकरी आवेदकों से जुड़े दूसरे प्रयोग में, हमने जाँच की कि श्रम आपूर्ति से आवेदकों की सुरक्षा की धारणा पर किस प्रकार प्रतिक्रिया होती है। हम नौकरी से संबंधित खतरे के बारे में आवेदकों की धारणाओं में परिवर्तन करते हैं और यादृच्छिक रूप से निर्धारित करके आवेदकों को यह सूचित करते हैं कि पारी के अंत में सुरक्षित परिवहन उपलब्ध कराया जाएगा।

मुख्य परिणाम

हम पाते हैं कि सुरक्षा की बढ़ती धारणाएँ महिला श्रम आपूर्ति के साथ-साथ, महिला श्रम की माँग को भी बढ़ाती हैं।

इसके अलावा हमने यह भी देखा कि नियोक्ता पितृसत्तात्मक भेदभाव करते हैं- आवेदकों के परिवहन के बारे में जानकारी न देने से महिलाओं की नियुक्ति में 21% की कमी आती है। परिवहन के बारे में जानकारी महिलाओं को नौकरी के लिए अधिक आकर्षक आवेदक बनाती है। यह दर्शाता है कि नियोक्ता आवेदकों की भलाई के बारे में परवाह करते हैं। इसके अलावा, नियोक्ता अधिक मूल्य का बोनस भुगतान प्राप्त करने की अपेक्षा महिलाओं को रात्रि पाली के अंत में परिवहन सुविधा प्रदान करना अधिक पसन्द करते हैं (आकृति-2)।

आकृति-2. ‘उपचार’ के अनुसार महिलाओं की नियुक्ति की दर

टिप्पणी : (i) नुकीली रेखाएं 95% विश्वास अंतरालों को दर्शाती हैं। विश्वास अंतराल अनुमानित प्रभावों के बारे में अनिश्चितता व्यक्त करने का एक तरीका है- विशेष रूप से, इसका मतलब है कि यदि अध्ययन को नए नमूनों के साथ बार-बार दोहराया जाता है, तो 95% समय परिकलित विश्वास अंतराल में सही प्रभाव होगा। (ii) तारांकन चिह्न ‘कोई सब्सिडी नहीं’ और ‘परिवहन के साथ सब्सिडी’ उपचार शाखाओं में से प्रत्येक के बीच भर्ती दरों की तुलना करते हैं, जिसमें ग्रे (परिवहन) पट्टियों पर p<0.10, p<0.05∗∗, p<0.01∗∗∗ है, और प्लस चिह्न बिना सब्सिडी और परिवहन के बिना प्रत्येक सब्सिडी के बीच भर्ती दरों की तुलना करते हैं। लाल (कोई परिवहन नहीं) पट्टियों पर p< 0.10+, p< 0.05++, p< 0.01+++ है। बार के बीच के पी-मान सब्सिडी उपचार के अंतर्गत परिवहन के साथ और बिना परिवहन के किरा की दरों की तुलना करते हैं। पी-वैल्यू, कम से कम देखे गए परिणामों के समान चरम परिणाम प्राप्त करने की संभावना है, बशर्ते कि यह मान लिया जाए कि शून्य परिकल्पना सत्य है। उल्लेखित महत्व स्तर से कम पी-वैल्यू को सांख्यिकीय रूप से महत्वपूर्ण माना जाएगा (यदि पी <0.01 है, तो यह 1% स्तर पर सांख्यिकीय रूप से महत्वपूर्ण है)।

नौकरी हेतु आवेदन करने वालों की बात करें तो हम देखते हैं कि वे उपलब्ध कराए गए परिवहन को महत्व देते हैं- लेकिन नियोक्ताओं के मामले में कम। जिन आवेदकों को परिवहन के बारे में जानकारी है, वे उन आवेदकों की तुलना में लगभग 200 टाका कम पर काम करने को तैयार हैं, जिन्हें परिवहन के बारे में नहीं पता है (आकृति-3)। इससे 1,500 बांग्लादेशी टाका के वेतन पर, महिला आवेदनों में 16% की गिरावट आती है।

आकृति-3. ‘परिवहन’ उपचार द्वारा श्रम आपूर्ति

टिप्पणी: (i) नुकीली रेखाएं प्रतिगमन गुणांक की अनुमानित मानक त्रुटियों के आधार पर 95% विश्वास अंतराल दर्शाती हैं। (ii) तारांकन चिह्न महिला-पुरुषों के बीच परिवहन के साथ आरक्षण दरों की तुलना करने से प्राप्त पी-मानों से हैं, p< 0.10, p< 0.05∗∗, p< 0.01∗∗∗ ग्रे (परिवहन) पट्टियों पर, और परिवहन के बिना महिला-पुरुषों के बीच आरक्षण मज़दूरी से प्लस चिह्न, p< 0.10+, p< 0.05++, p< 0.01+++ लाल (कोई परिवहन नहीं) पट्टियों पर। परिवहन के साथ और बिना आरक्षण मज़दूरी की महिला-पुरुषों के भीतर तुलना पट्टियों के ऊपर पी-मानों द्वारा दर्शाई गई है।

नीतिगत निहितार्थ

पितृसत्तात्मक भेदभाव महिला श्रम शक्ति भागीदारी को बढ़ाने के लिए नीतिगत उपकरणों के एक विशिष्ट सेट को दर्शाता है। लिंग-संवेदनशील सार्वजनिक परिवहन, अपराध में कमी लाने के प्रयासों और कार्यस्थल सुरक्षा पहलों में निवेश से महिलाओं के लिए काम सुरक्षित हो सकता है और नियोक्ताओं द्वारा उनकी इच्छा के विरुद्ध उन्हें सुरक्षा प्रदान करने की आवश्यकता कम हो सकती है। इसके अलावा, वेतन कानून और श्रमिक सब्सिडी महिलाओं के लिए उपयुक्त नौकरियों के बारे में नियोक्ताओं के आकलन को बदल सकती है। अधिक सामान्य रूप से, हमारे निष्कर्षों से पता चलता है कि महिला श्रम की मांग पक्ष पर नीतियों के प्रभावों की अनदेखी करने से इन हस्तक्षेपों के कुल लाभों को कम करके आंका जा सकता है और गलत प्राथमिकताओं का निर्माण हो सकता है।

पितृसत्तात्मक भेदभाव का अध्ययन नीति-निर्माताओं के लिए मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करता है, जो श्रम बाज़ार के परिणामों को प्रभावित करने का लक्ष्य रखते हैं। एक बात यह है कि श्रमिकों की सुरक्षा बढ़ाने से (कार्यस्थल पर और आवागमन के दौरान) श्रम की आपूर्ति और मांग दोनों में वृद्धि हो सकती है। महिलाओं के लिए सुरक्षित परिवहन और श्रमिक सब्सिडी प्रदान करने के लिए हमारे हस्तक्षेप जैसे कार्यक्रमों में नियोक्ताओं के साथ-साथ श्रमिकों को भी लाभ पहुँचाने की क्षमता है, जिसके परिणामस्वरूप महिलाओं की रोज़गार दर और समग्र फर्म उत्पादकता और लाभ में वृद्धि होती है। कम से कम, नीति- निर्माताओं को इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि कार्यस्थल की स्थितियों और नौकरी की सुविधाओं के माध्यम से श्रमिक आपूर्ति को लक्षित करने वाली नीतियाँ अनपेक्षित मांग-पक्ष चैनलों के माध्यम से रोज़गार को भी प्रभावित कर सकती हैं।

जबकि हमारा प्रयोग बांग्लादेश पर केन्द्रित है, लेकिन देश में पितृसत्तात्मक भेदभाव को बढ़ावा देने वाली ताकतें- मज़बूत लिंग मानदंड, कमज़ोर या गैर-मौजूद भेदभाव-विरोधी कानून और पक्षपातपूर्ण निर्णय लेने वाली कंपनियाँ- भारत सहित कई निम्न-आय वाले देशों में भी मौजूद हैं। हमें संदेह है कि पितृसत्तात्मक भेदभाव ऐसी जगहों पर महिलाओं के काम के अवसरों को सीमित कर सकता है। हमारे डेटा से पता चलता है कि जो लोग पितृसत्तात्मक भेदभाव से सबसे अधिक पीड़ित हैं, वे कम अनुभव वाली महिलाएं हैं। चूंकि शुरुआती करियर में काम करने वाली महिलाएं अनुभव प्राप्त करने के लिए अक्सर अप्रिय कार्य करने के लिए तैयार रहती हैं, इसलिए पितृसत्तावाद इन महिलाओं के लिए सबसे अधिक सीमित करने वाला हो सकता है जो उन्हें करियर की पहली सीढ़ी से दूर रखता है और बाद के अवसरों को सीमित करता है।

भविष्य के शोध में यह पता लगाया जाना चाहिए कि पितृसत्तावाद महिलाओं के करियर की दिशा या प्राथमिकताओं को लम्बे समय में कैसे प्रभावित करता है और इस प्रकार प्रणालीगत भेदभाव में योगदान देता है? यद्यपि हम नियुक्ति संबंधी निर्णयों पर ध्यान केन्द्रित करते हैं, फिर भी कार्य सौंपने, पदोन्नति या छंटनी संबंधी निर्णयों में भी अंतर हो सकता है। इसके अलावा, पितृसत्तात्मक भेदभाव न केवल श्रम बाज़ार में बल्कि घर के अंदर (बेटियों के खिलाफ) या स्कूल में (छात्राओं के खिलाफ) भी हो सकता है, जिससे लड़कियों और लड़कों की उनकी सबसे प्रारंभिक अवस्था के दौरान उनकी प्राथमिकताओं में भिन्नता आ सकती है। यह तथ्य कि कई भर्ती प्रबंधक अपने नियुक्ति निर्णयों में ‘संस्कृति’ और ‘फिट’ को कारकों के रूप में उल्लेख करते हैं, इन अन्य आयामों में पितृसत्ता के महत्व को दर्शाता है। इन मुद्दों को समझने से लैंगिक अंतर की हमारी समझ और उपलब्ध नीतियों के हमारे आकलन में वृद्धि हो सकती है।

इस लेख का संस्करण पहले आईजीसी ब्लॉग पर प्रकाशित हुआ था।

टिप्पणी:

  1. 100 बांग्लादेशी टाका लगभग 72 रुपये या 0.85 अमेरिकी डॉलर के बराबर है।

अंग्रेज़ी के मूल लेख और संदर्भों की सूची के लिए कृपया यहां देखें।

लेखक परिचय : नीना बुचमन स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र में पीएचडी उम्मीदवार हैं। उनकी रुचि के क्षेत्रों में विकास अर्थशास्त्र और व्यवहार अर्थशास्त्र शामिल हैं। कार्ल मेयर भी स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र में पीएचडी उम्मीदवार हैं। कॉलिन डी सुलिवन पिट्सबर्ग विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र के सहायक प्रोफेसर हैं। वह श्रम बाज़ारों, अंग और अन्य मिलान बाज़ारों का अध्ययन करने के लिए प्रयोगों का उपयोग करते हैं, जिसमें प्रोत्साहन डिज़ाइन के माध्यम से वरीयताओं को मापने पर ध्यान केन्द्रित किया जाता है।

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